Wednesday, February 23, 2011

दिल्ली पर टूट पड़ो भाकियू की हुंकार


दिल्ली पर टूट पड़ो


भाकियू की हुंकार

नौ मार्च को दिल्ली में किसानों से ताकत दिखाने का आह्वान

कट्ठे हो जाओ, दिल्ली पै गोला मारो : टिकैत

उग्र आंदोलन कर सकती है भाकियू

सिसौली। भूमि अधिग्रहण कानून व कृषि नीति में संशोधन की मांग को लेकर आंदोलन चलाने जा रही भाकियू उग्र आंदोलन भी कर सकती है। बुधवार को सिसौली में हुई पंचायत में यह भी ऐलान कर दिया गया कि किसानों का सैलाब ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार होकर मंडोला की तरफ कूच करेगा। रास्ते में यदि बैरियर लगाकर उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, तो बैरियर तोड़ दिए जाएंगे।

स्

स्टाफ रिपोर्टर

सिसौली/शामली। भूमि अधिग्रहण कानून और कृषि नीति में संशोधन कराने को लेकर भाकियू ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। सिसौली में हुई पंचायत में भाकियू सुप्रीमो चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि इकट्ठे हो जाओ, दिल्ली पै गोला मारो, नहीं तो आगे जाकै सरकार किसाणों कू बर्बाद कर देंगी। किसानों ने आंदोलन को धार देने के लिए रणनीति बनाई।

बुधवार को सिसौली के किसान भवन में हुई भाकियू की पंचायत में चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने कहा कि अगर तम इकट्ठे होकै, सारे मिलकर कामयाबी हासिल नहीं कर सकै, तो आने वाले समय में सरकार का मुकाबला नहीं कर सकोगे। किसान सरकार के हाथों की कठपुतली बनकर रह जाएगा। सरकार जो चाहेगी किसान से अपने हक में फैसला करा लेगी। सरकार ने किसानों को जाति, धर्म और व्यक्तिगत कार्यों में बांट दिया है, जिससे वह संगठित नहीं हो पाता। इसलिए सब संगठित हो जाए और दिल्ली पै ‘गोला’ (गोला का मतलब टूट पड़ो, कूच करो) मारो।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि नौ मार्च को दिल्ली के चारों तरफ छह राज्य मार्गों को सील कर दिया जाएगा। पंजाब के किसान सोनीपत वाले मार्ग को, हरियाणा के किसान रोहतक वाले मार्ग को, आगरा वाले पलवल मार्ग को बंद करेंगे, जबकि बागपत व मुजफ्फरनगर के मार्गों को मंडोला में जाम कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून और कृषि नीति में संशोधन नहीं होने तक धरना नहीं उठेगा। पंचायत के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दीवानचंद चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा, चौधरी सूरजमल बतीसा खाप, सोमपाल मलिक, अनिल मलिक, धीरज लाटियान, विक्रांत चौधरी, राजकुमार, कालूराम, योगेंद्र सिंह चेयरमैन पंडोरा, सोमपाल मुंडभर ने भी विचार व्यक्त किए।

No comments:

Post a Comment